
मिस्र ने ट्रंप की ‘अमेरिकी जहाजों को स्वेज नहर से मुफ्त मार्ग’ की मांग की कड़ी आलोचना की
आज एक कड़े कूटनीतिक बयान में, मिस्र ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस हालिया टिप्पणी की तीव्र आलोचना की जिसमें उन्होंने "अमेरिकी जहाजों के लिए स्वेज नहर से बिना रोक-टोक गुजरने" की मांग की थी। फ्लोरिडा में एक रैली के दौरान की गई इस टिप्पणी ने वॉशिंगटन और काहिरा के बीच तनाव बढ़ा दिया है, ऐसे समय में जब वैश्विक व्यापारिक मार्गों पर पहले से ही दबाव बना हुआ है।
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने सोमवार सुबह एक तीखा बयान जारी कर कहा कि ट्रंप की टिप्पणी "राष्ट्रीय संप्रभुता का घोर अपमान है" और यह दोहराया कि "स्वेज नहर अंतरराष्ट्रीय कानून और मिस्र के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत ही संचालित होती रहेगी।" मंत्रालय ने यह भी जोड़ा कि मिस्र "ऐसे किसी भी प्रयास को पूरी तरह खारिज करता है जो इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश करे।"
ट्रंप का विवादित बयान
फ्लोरिडा की एक रैली में, ट्रंप ने अमेरिका के कुछ मालवाहक जहाजों को स्वेज नहर से गुजरने में आई हालिया देरी पर निशाना साधते हुए कहा, “अमेरिकी जहाजों को कहीं भी, कभी भी फ्री पास मिलना चाहिए। हमने विश्व अर्थव्यवस्था बनाई है, और हमारे जहाजों को किसी की लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं है।”
हालांकि ट्रंप अब सत्ता में नहीं हैं, लेकिन अमेरिकी राजनीति और उनकी पार्टी पर उनका प्रभाव बना हुआ है। उनके बयान अक्सर विदेश नीति चर्चाओं में असर डालते हैं, और इस टिप्पणी ने भी वैसा ही किया।
मिस्र की प्रतिक्रिया: संप्रभुता के लिए दृढ़ रुख
मिस्र सरकार ने तेजी से प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्री समेह शौकरी ने काहिरा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा:
"स्वेज नहर मिस्र की राष्ट्रीय शान और आर्थिक स्वतंत्रता का प्रतीक है।" उन्होंने आगे कहा, “मिस्र इस नहर का प्रबंधन 1888 के कॉन्स्टेंटिनोपल सम्मेलन के अंतर्गत करता है, जो गैर-भेदभावपूर्ण तरीके से नेविगेशन की गारंटी देता है, बशर्ते मिस्र की संप्रभुता और सुरक्षा का सम्मान किया जाए।”
उन्होंने स्पष्ट किया, “कोई भी विदेशी शक्ति, चाहे वह कितनी भी प्रभावशाली क्यों न हो, नहर के संचालन के नियम तय नहीं कर सकती।”
मिस्र की मीडिया ने सरकार के इस रुख को समर्थन दिया। प्रमुख समाचार पत्रों में हेडलाइंस आईं: "स्वेज हमारा है, ट्रंप का नहीं" और "हमारी संप्रभुता से समझौता नहीं"।
स्वेज नहर का वैश्विक महत्व
स्वेज नहर दुनिया के व्यापार का लगभग 12% संभालती है। यह नहर यूरोप, एशिया और अमेरिका के लिए व्यापारिक जीवनरेखा है। इसके संचालन में किसी भी तरह की बाधा या अनिश्चितता, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
2021 में जब एवर गिवेन नामक जहाज नहर में फंस गया था, तब छह दिन तक नहर बंद रही और अरबों डॉलर का व्यापार प्रभावित हुआ। इसके बाद मिस्र ने नहर के विस्तार और सुरक्षा पर भारी निवेश किया, और Suez Canal Economic Zone (SCZone) के रूप में इसे वैश्विक व्यापार केंद्र बनाने की दिशा में काम किया।
इसलिए ट्रंप की टिप्पणी को न सिर्फ अपमानजनक बल्कि सीधे राष्ट्रीय हितों के खिलाफ भी माना गया।
अमेरिका-मिस्र संबंधों पर असर
हालांकि मिस्र और अमेरिका के बीच लंबे समय से सहयोग रहा है — खासकर आतंकवाद विरोधी प्रयासों और मध्य-पूर्व स्थिरता के मुद्दों पर — लेकिन ट्रंप की यह टिप्पणी इस रिश्ते में खटास ला सकती है।
बाइडेन प्रशासन ने हालांकि ट्रंप की टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए कहा कि वे मिस्र की संप्रभुता का सम्मान करते हैं, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
अमेरिकी विश्लेषकों ने चेतावनी दी कि इस तरह की बयानबाजी मिस्र में राष्ट्रवादी भावनाएं भड़का सकती है और अमेरिका विरोधी विचारों को हवा दे सकती है।
मिस्र की जनता की प्रतिक्रिया
मिस्र में जनता की प्रतिक्रिया भी तेज रही। सोशल मीडिया पर #HandsOffSuez और #EgyptFirst जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। काहिरा के तहरीर स्क्वायर में प्रदर्शनकारियों ने एकत्र होकर नारे लगाए: "स्वेज हमारा है!" और "अमेरिकी घमंड नहीं चलेगा!"
"ट्रंप भूल गए हैं कि हमने स्वेज नहर पर अधिकार के लिए संघर्ष किया है," एक प्रदर्शनकारी अहमद महमूद ने कहा। "हम कभी भी फिर से किसी उपनिवेश की तरह बर्ताव सहन नहीं करेंगे।"
वैश्विक व्यापार पर प्रभाव
स्वेज नहर में किसी भी प्रकार का राजनीतिक विवाद वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर सकता है। अफ्रीकी समुद्री मार्गों पर पहले से ही समुद्री डकैती, रेड सी में तनाव और यमन संघर्ष जैसी चुनौतियां हैं। ऐसे में स्वेज नहर में अस्थिरता बीमा लागत बढ़ा सकती है और जहाजों को वैकल्पिक मार्ग लेने के लिए मजबूर कर सकती है।
Maersk जैसी बड़ी शिपिंग कंपनियों ने कहा कि वे हालात पर नजर रख रही हैं लेकिन मिस्र के संचालन पर उन्हें पूरा भरोसा है।
इस घटनाक्रम के बीच ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 2.4% तक बढ़ गईं।
ट्रंप की मंशा: विदेश नीति या राजनीति?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप की यह टिप्पणी विदेश नीति कम और घरेलू राजनीति ज्यादा है। माना जा रहा है कि वे 2026 सीनेट चुनाव में अपनी पार्टी में पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
"यह ट्रंप का जाना-पहचाना तरीका है," वॉशिंगटन स्थित एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा। "विदेशी देशों को बाधा बताना, अमेरिकी ताकत की बात करना, और देशभक्ति की भावना भड़काना — यह उनके वोटबैंक को जोड़ने का तरीका है।"
मिस्र का संदेश स्पष्ट
देर शाम राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सीसी ने देश को संबोधित करते हुए दो टूक कहा:
“कोई ताकत हमें डरा नहीं सकती। मिस्र, अंतरराष्ट्रीय संधियों के तहत सभी देशों को स्वेज नहर के माध्यम से सुरक्षित और निष्पक्ष मार्ग देता रहेगा, लेकिन हमेशा मिस्र के नियंत्रण और नियमों के अनुसार।”
निष्कर्ष
जैसे-जैसे यह मुद्दा वैश्विक मंच पर तूल पकड़ रहा है, यह साफ है कि स्वेज नहर केवल व्यापार का मार्ग नहीं, बल्कि एक कूटनीतिक रणनीतिक स्थल है। मिस्र के लिए यह राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है, और दुनिया के लिए यह एक महत्वपूर्ण व्यापारिक जीवनरेखा।
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